महिलाओं की सुरक्षा – हमारा कर्तव्य

महिलाओं की सुरक्षा

प्रिय मित्रों, महिलाएं हमारे परिवार, हमारे समाज और हमारे देश का गौरव हैं। महिलाओं का सम्मान (Mahilaon Ka Samman) करना हम सभी का परम कर्तव्य है। हर एक परिवार में किसी न किसी रूप में महिला रहती है। वो हमारी माँ, बहन, पत्नी और बेटी हो सकती है। एक महिला का हमारे जीवन में एक बहुत ही अहम् किरदार है।

आज तक महिलाओं ने देश की प्रगति में अपना विशेष योगदान दिया है और भारत देश का नाम रोशन किया है। आज हर क्षेत्र में महिला सबसे आगे है और अपना नाम बना रही है। आज हम लोग एक महिला को किसी भी रूप में कम नहीं आंक सकते। फिर भी यह बहुत दुःख की बात है कि जो सम्मान और प्रतिष्ठा एक महिला को मिलना चाहिए वह नहीं मिलता। हम आए दिन कोई न कोई ऐसी खबर सुनते हैं जिससे मन बहुत दुखी होता है और गुस्सा भी आता है कि यह सब आखिर कब तक चलता रहेगा ? हम क्यों इसके लिए कोई सख्त और ठोस कदम नहीं उठा रहे ? जिससे कि हम सभी मिलकर महिला को वह सम्मान और अधिकार दें सकें जिस पर उनका अधिकार है। हमें बहुत जल्दी ही इस विषय में सोच विचार करना चाहिए ताकि हम समाज की रक्षा भी कर सकें।

यूँ तो कई तरह से हम महिलाओं की सुरक्षा (Mahilaon Ki Suraksha) कर सकते हैं और उनके प्रति सम्मान ज़ाहिर कर सकते हैं। परन्तु, आइये जानते हैं कि किस किस तरह से यह संभव हो सकता है –

  1. प्रत्येक व्यक्ति अपना दायित्व समझे
  2. आत्मरक्षा की शिक्षा
  3. आत्मरक्षा की वस्तुएं
  4. सख्त से सख्त सजा
  5. सार्वजनिक जागरूकता
  6. तकनीकी समाधान
  7. कार्यस्थल सुरक्षा

महिलाओं की सुरक्षा – महिलाओं का सम्मान


  • प्रत्येक व्यक्ति अपना दायित्व समझे – Every Person Should Understand His Responsibility

महिला का सम्मान किसी एक व्यक्ति या किसी एक समूह का ही दायित्व नहीं है। अपितु, यह हम सभी का और पूरे समाज का कर्तव्य है। हमें ऐसा लगता है कि वह तो कोई सम्मान नहीं करता तो मुझे क्या ज़रूरत है। लेकिन, ऐसा बिल्कुल भी न सोचें क्योंकि कोई सम्मान करे या न करे लेकिन आपको तो सम्मान करना ही है। क्यूंकि हो सकता है कि आपको देख कर या सुन कर किसी के मन के भाव बदल जाएं। और यदि आप ऐसा करने में सफल होते हैं तो आप को अपने ऊपर गर्व होना चाहिए।

  • आत्मरक्षा की शिक्षा – Self Defense Education

हर एक लड़की और महिला को सबसे मत्वपूर्ण है की उन्हें आत्मरक्षा की शिक्षा दी जाए। जिससे की उन्हें वक़्त पड़ने पर किसी पर निर्भर न रहना पड़े या किसी की सहायता के लिए न देखना पड़े। हर एक कन्या को स्कूल और कॉलेज में ऐसी शिक्षा दी जानी चाहिए जिसमें महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विस्तृत जानकारी हो। इससे एक तो यह फायदा होगा की हर कन्या के अंदर आत्मविश्वास पैदा होगा की वह अपनी रक्षा स्वयं कर सकती है और दूसरा यह होगा की उनके परिवार वाले भी कुछ हद तक घबराएंगे नहीं क्यूंकि उनको मालूम होगा की उनकी बेटी अपनी रक्षा कर सकती है। इसके इलावा जो शरारती तत्व समाज में खुले आम घूमते हैं उनको भी थोड़ा डर होगा।

माता पिता का भी फ़र्ज़ है कि वह बेटी को इसके लिए समझाएं। किसी भी इंसान का छूना किस तरह से अच्छा या बुरा हो सकता है इसकी जानकारी देना बहुत ही ज़रूरी है। कभी भी किसी कि बातों या झांसे में नहीं आना यह ज्ञान भी महत्वपूर्ण है।

  • आत्मरक्षा की वस्तुएं – Self Defense Items

हर नारी चाहे वह कहीं भी जाएं उन्हें अपने साथ ऐसी वस्तुएं रखनी चाहियें जिनसे की वह अपनी रक्षा किसी भी जगह कर सकें। जिनमें हम मानते हैं की वह अपने साथ कोई तेज़धार वस्तु रख सकतें हैं या फिर कोई ऐसी चीज़ जिसे वह किसी गलत इरादे वाले व्यक्ति की आँखों में डाल सकें जिससे की उसे उस समय दिखना बंद हो जाए। और वह वहां से आसानी से भाग सकें या किसी को अपने पास बुला सकें। ऐसा करने से भी कोई गलत सोच वाला व्यक्ति कोई गलत कदम उठाने से पहले सौ बार सोचेगा। यदि ऐसा किसी व्यक्ति के साथ होगा तो वह अपने साथियों को भी बताएगा जिससे वह सभी सावधान होंगे।

  • सख्त से सख्त सजा – Harshest Punishment

हर उस शख्स को जो किसी भी नारी के साथ दुर्व्यवहार करता है या करने की साजिश करता है उससे कानून में सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। वो भी बिना किसी विलम्भ के और सभी को पता लगना चाहिए। जब तक हम लोग खामोश रहेंगे तब तक यह मुजरिम खुले आम स्त्रीयों के साथ ऐसा व्यवहार करते रहेंगे। जो कि हमारे देश और समाज पर एक धब्बा है।

  • सार्वजनिक जागरूकता – Public Awareness

यह सवाल केवल पुरुषों के लिए ही नहीं है कि हमें उन्हें जागरूक करना है और इन सभी गतिविधियों को रोकना है। अपितु, हमें हमारी महिलाओं को भी उतना ही जागरूक करना है कि किस तरह से वह इस तरह के अपराधों से बच सकती हैं और इस तरह के अपराधों पर अंकुश लगा सकतीं हैं। यदि महिलाएं पहले से ही इस बात को समझना शुरू कर दें कि क्या करना सही होगा और क्या नहीं ? तो काफी हद तक हम इन गंभीर अपराधों को रोक सकते हैं। आज हमें ज़रूरत है कि बचपन से ही हम इस तरह से अपने बच्चों कि परवरिश करें कि उन्हें इन सब बातों का ज्ञान पहले से ही हो कि किस तरह से समाज में रहना है और महिला का सम्मान करना है।

  • तकनीकी समाधान – Technical Solutions

आज जब हम एक आधुनिक भारत की बात करते हैं तो गर्व होता है। ऐसे में यदि हमारे पास ऐसे उपकरण और सेवा न हो जो महिलाओं की सुरक्षा कर सकें तो यह भी सोचने का विषय बन जाता है। आज जब इतना सब कुछ होते हुए भी भारत की महिला अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर सकती तो हमें गहन अध्ययन करना होगा। आज जब हम ऐसे मोबाइल एप्प्स (Mobile Apps), फ़ोन नंबर (Phone Number) या आधुनिक उपकरण (Modern Equipment) पैदा कर सकते हैं जिससे कि हम भारतीय नारी की रक्षा कर सकें तो हमें जल्द से जल्द ऐसे कदम उठाने चाहिएं।

  • कार्यस्थल सुरक्षा – Workplace Safety

आज महिलाएं जब प्रत्येक क्षेत्र में आगे हैं और कंधे से कंधा मिला कर चल रहीं हैं तो ज़ाहिर है कि उन्हें अपने घर से बाहर तो जाना ही होगा। अगर ऐसे में, जहाँ पर वह जा रहीं हैं अगर वह स्थान उनकी इज़्ज़त के लिए सुरक्षित नहीं है तो फिर हमें इसके खिलाफ सख्त कानून बनाने होंगें जिससे की वह आराम से बाहर जा सकें और अपने आपको सुरक्षित रख सकें। आज देखा जाता है की काम करने की जगह पर उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता या फिर उन्हें यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। ऐसे में उस हैवान के साथ ऐसा बर्ताव होना चाहिए की दूसरे लोगों के भी हाथ और पाँव काँपने लगें।

निष्कर्ष – Conclusion

इन सभी बातों का सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि हमें सिर्फ और सिर्फ अपने देश की महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान करना है। फिर चाहे हमें इसके लिए कुछ भी क्यों न करना पड़े। सबसे पहले अपने घर में मौजूद महिलाओं का सम्मान करना है और फिर उसके बाद राह में चलती हर उस महिला को भी वही इज़्ज़त देनी है जो हमें लगता है की कोई हमारी माँ या बहन को दे। यदि ऐसे हमारे विचार होंगे तो अपराध तो कम होगा ही साथ ही में दूसरे लोग भी हमारे देश का नाम गर्व से लेंगे।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!